बडी काली हो रात और फैला हो खौफ
और सिर्फ अंधेराही हो दिलों में छाए
पलट सकता है बाज़ी, उम्मीदका एक दिया
किसीके दिलमें रोशनीका खयाल तो आए
- राफा
और सिर्फ अंधेराही हो दिलों में छाए
पलट सकता है बाज़ी, उम्मीदका एक दिया
किसीके दिलमें रोशनीका खयाल तो आए
- राफा
क्या बात है!बढ़िया!
ReplyDeleteमोनिका, Thanx a lot !
ReplyDeleteएकदम बढीया शायरी राफा :)
ReplyDeleteअवांतर म्हणायचं तर मी आयशॉट वाचून काढलं...
तुला त्यासाठी साशटांग नमसकार ;)
काय च्या काय लिहिता भाऊ तुम्ही :P :D
कल्ला...कलास .... :)
सुप्रिया,
ReplyDeleteकल्ला कॉमेंट बद्दल मंडळ आभारी आहे ! :)
mastch.
ReplyDeleteThanks a lot Sonal !
ReplyDeleteमेरे दिल में उम्मीद का ख्याल इस खूबसूरती के सात लाने के लिए शुक्रिया
ReplyDeleteThanks a lot Vinayak !!!
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